• September 12, 2024

अवैध रूप से चल रहे डायग्नोस्टिक सेंटर व पैथालॉजी लैब पर किसकी मेहरबानी, चिकित्सा विभाग की मिलीभगत से धड़ल्ले से हो रहा संचालन

 अवैध रूप से चल रहे डायग्नोस्टिक सेंटर व पैथालॉजी लैब पर किसकी मेहरबानी, चिकित्सा विभाग की मिलीभगत से धड़ल्ले से हो रहा संचालन

अम्बेडकर नगर

अवैध रूप से चल रहे डायग्नोस्टिक सेंटर व पैथालॉजी लैब पर किसकी मेहरबानी, चिकित्सा विभाग की मिलीभगत से धड़ल्ले से हो रहा संचालन


 

रिपोर्ट :- सत्यम कुमार श्रीवास्तव।

* जिले में अवैध पैथोलॉजी लैब व डायग्नोस्टिक सेंटर की बाढ़ सी आ गई है। जनपद के इल्तिफ़ातगंज नगर पंचायत में धड़ल्ले से अवैध पैथोलॉजी लैबों एवं डायग्नोस्टिक सेंटर का संचालन किया जा रहा है। जगह-जगह पैथोलॉजी लैब खोल ली गई हैं और इनकी संख्या में तेजी से इजाफा भी होता जा रहा है। बिना रजिस्ट्रेशन व अधिकृत मान्यता न होने के बावजूद संचालित हो रहीं पैथोलॉजी लैबों की जानकारी होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार इल्तिफ़ातगंज नगर पंचायत में पंजीकृत पैथोलॉजी लैब व डायग्नोस्टिक सेंटर से कई गुना अधिक का संचालन किया जा रहा है।इन पैथोलॉजी लैब में न ही कोई मानक है और न ही कोई पैथोलॉजिस्ट ही है। जबकि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के अनुसार, पैथोलॉजी लैब बिना एमडी या एमबीबीएस चिकित्सकों के संचालित नहीं की जा सकती। इन लैब का संचालन धड़ल्ले से किया जा रहा है और लोगों के सैंपल लेकर जांच की जा रही है। न योग्यता न रजिस्ट्रेशन लैब संचालन के लिए शासन द्वारा विधिवत नियम लागू किए गए हैं, लेकिन जिले के इल्तिफ़ातगंज नगर पंचायत में आश्चर्यजनक रूप से डीएमएलटी व उनके सहयोगी तक लैब संचालित कर रहे हैं, वे ही रिपोर्ट में साइन करके दे रहे हैं, जबकि लैब संचालक एमबीबीएस,एमडी पैथोलॉजिस्ट होना चाहिए।अधिकांश लैब बिना एमडी या एमबीबीएस चिकित्सकों के चल रही हैं। जो लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। पैथोलॉजी लैब के संचालक मानक ताक पर रखकर छोटे-छोटे कमरों, दुकानों, यहां तक की घरों पर पर भी ब्लड की जांच कर मरीजों को रिपोर्ट थमा दे रहे हैं। इन दिनों बुखार के प्रकोप के बीच इन लैब संचालकों की चांदी है। इतना ही नहीं अवैध तरीके से संचालित हो रहीं लैब के पास न ही नियमानुसार पॉल्यूशन बोर्ड का रजिस्ट्रेशन है और न ही पंजीकृत मेडिकल वेस्ट फर्म का पंजीयन है। लैब के पास पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड का रजिस्ट्रेशन, पंजीकृत मेडिकल वेस्ट सर्विस से एग्रीमेंट, सीएमएचओ ऑफिस का रजिस्ट्रेशन, नगर पालिका का अनुमति पत्र व गुमाश्ता लायसेंस, दुकान का किरायानामा होना आवश्यक है, लेकिन नियमों को ताक पर रखकर पैथोलॉजी लैब व डायग्नोस्टिक सेंटर संचालित हो रही हैं। अवैध पैथोलॉजी लैब के संचालन के पीछे सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ अमले की मिलीभगत बताई जा रही है। इनके फलने-फूलने के पीछे ऐसे चिकित्सकों की भी कम भूमिका नहीं जो अधिक कमीशन के चक्कर में चिकित्सक इन लैब में अपने मरीजों को जांच के लिए भेज रहे हैं। कई डॉक्टर तो अपनी क्लिनिक में सेंपल लेकर इन लैब तक पहुंचा रहे हैं।

 

नगर पंचायत इल्तिफ़ातगंज में मुख्य रूप चल रहे न्यू लाइफ केयर डायग्नोस्टिक सेंटर, लाइफ केयर डायग्नोस्टिक सेंटर, नेशनल डायग्नोस्टिक सेंटर,भारत अल्ट्रासाउंड, चंद्रा पैथ लैब,अवध डायग्नोस्टिक सेंटर,समेत चल रहे दर्जनों पैथालॉजी लैब व डायग्नोस्टिक सेंटर किसकी मेहरबानी से चल रहे हैं। जल्द ही मानवाधिकार वेलफेयर ट्रस्ट जन सूचना अधिकार अधिनियम के तहत इसका खुलासा करेगी। इन अनाधिकृत व असंवैधानिक रुप से चल रहे पैथालॉजी लैब व डायग्नोस्टिक सेंटर पर विभाग द्वारा एक्शन न लिए जाने पर राष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत संगठन मानवाधिकार वेलफेयर ट्रस्ट शासन स्तर पर शिकायत कर कार्यवाही की मांग करेगी।

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