*चिकित्सालय की अव्यवस्था ने ली 25 वर्षीय युवक की जान*
नोएडा
*चिकित्सालय की अव्यवस्था ने ली 25 वर्षीय युवक की जान*
रिपोर्ट:- योगेश राणा
नोएडा: जब चिकित्सालय ही मौतआलय बन जाए तो बेबस इंसान आखिर कहां जाए। जी हां नोएडा से चौकाने वाला मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर होने का तमाम दावा करता है। मगर जमीनी हकीकत से कोसों दूर नजर आता है सरकार का यह दावा। नोएडा के जिला चिकित्सालय की अव्यवस्था ने 25 वर्षीय रविंद्र की जान ले ली है। पूरा मामला इस प्रकार है कि रविंद्र नामक 25 वर्षीय युवक सोमवार की सुबह करीब 11 बजे दादरी बाईपास पर सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था। उसकी बांयी टांग में फ्रैक्चर था। राहगीर ने उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती करा दिया था, जहां से उसे सोमवार शाम ही जिला अस्पताल लाया गया। बृहस्पतिवार को उसके पैर का ऑपरेशन होना था। बुधवार की सुबह रविंद्र की हालत स्थिर थी। उल्टी होने की शिकायत पर डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी थी। दोपहर करीब 12.30 बजे परिजन स्ट्रेचर पर लिटाकर अल्ट्रासाउंड केंद्र ले गए जहां जिला अस्पताल के स्टाफ ने उसे अल्ट्रासाउंड की लाइन में लगा दिया और रविंद्र को दर्द से तड़पते देख परिजन लगातार डॉक्टरों और स्टाफ से जल्दी अल्ट्रासाउंड करने की गुहार लगाते रहे, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। रविंद्र की तबीयत बिगड़ गई। उसे आईसीयू में ले जाया गया जहां उसने तड़पते हुए दम तोड़ दिया वहीं जब इस मामले पर जिला चिकित्सालय की सीएमएस डा. रेनु अग्रवाल ने पूरे मामले की जांच के लिए एक कमेटी बना दी है। इस कमेटी को 48 घंटे में पूरे मामले की जांच करके रिपोर्ट देने को कहा गया है। उसी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही तय करने की बात कही गई है।