दस्तक अभियान को मिल रही है कामयाबी, अराजक तत्व पर पुलिस कस रही है नकेल।
नोएडा
दस्तक अभियान को मिल रही है कामयाबी, अराजक तत्व पर पुलिस कस रही है नकेल।
रिपोर्ट :- योगेश राणा
नोएडा: अभी हाल ही में सोशलमीडिया पर एक विडियो वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में स्पष्ट देख जा सकता था कि कानून व्यवस्था को ताक पर रख एक युवक को 3-4 युवकों ने कार से नीचे खींच कर जमकर मारपीट करते हैं फिर मारपीट कर वहां से भाग जाते हैं वहीं दूसरी तरफ उस युवक की महिला मित्र उस युवक को जमीन से उठाकर बैठाती है फिर उसके जूतों को उठा कर गाड़ी में रखती दिखाई पड़ती है। यह पूरा मामला एमिटी यूनिवर्सिटी के गेट नंबर-5 का बताया जा रहा था। यह विडियो इतनी तेजी से वायरल हुआ की महज़ कुछ ही घंटों में हजारों लोग विडियो को सोशलमीडिया के माध्यम से देख चुके हैं। पुलिस को पुलिस की सोशल मीडिया टीम की तरफ से तरफ़ जानकारी साझा की गई कि नोएडा पुलिस तत्काल हरकत में आ गई। नोएडा पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू कर दी इस पर नोएडा जोन के एसीपी प्रथम प्रवीण कुमार सिंह के नेतृत्व में टीमें लगा दी और महज कुछ घंटों में ही गाड़ी सहित दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया मगर एसीपी प्रथम यही नहीं रुके क्योंकि आए दिन होने वाली घटनाओं पर एक स्थाई रोक लगाने की मंशा से एसीपी प्रवीण कुमार सिंह ने दस्तक अभियान की शुरुआत कर दी। इस अभियान को चलाने का मकसद एक ही था कि अमेठी कॉलेज के आसपास रहने वाले सामाजिक तत्व को चिन्हित किया जा सके और इसकी शुरुआत सेक्टर 126 के रायपुर से की क्योंकि अक्सर देखने को मिल रहा था कि पीजी व होटलों में रहने वाले क्षात्र ही उत्पात मचाते हैं। इस लिए इस दस्तक अभियान की शुरुआत पीजी व होटलों से की पीजी एवं होटलों में रहने वाले छात्र किराएदारों का सत्यापन करने के लिए जगह-जगह होटल एवं पीजी पर दस्तक दी। उन्हें मौके पर चेतावनी दी की अगर बिना किरायेदार सत्यापन कराए कोई भी रहता पाया गया और उसके द्वारा क्षेत्र में कोई भी घटना घटित की गई तो उसके लिए सीधे रूप से पीजी एवं होटल के प्रबंधकों को उस के लिए दोषी माना जाएगा । एसीपी प्रवीण सिंह ने इस अभियान को लगातार जारी रखा हुआ है और इस अभियान में एसीपी प्रवीण सिंह को कुछ ऐसे भी तथ्य देखने को मिले जो चौंकाने वाले थे कई होटल एवं पीजी में pool games खिलाने या यूं कहीं की आयासी के अड्डे की व्यवस्था भी कर रखी थी। Pool Games के संचालन से जुड़े लोगों से दस्तावेज मांगे गए तो संचालक बगले झांकते नजर आए इस पर एसीपी प्रवीण सिंह ने तुरंत एक्शन लेते हु इन सभी को बंद करने का आदेश दिया सभी को कड़ी चेतावनी दी अगर पुनः बिना लाइसेंस के चलता मिला तो विधिक कार्रवाई के लिए तैयार रहना साथ ही अमेठी यूनिवर्सिटी के आसपास तंबाकू से बने उत्पाद बेचने वालों की लगभग 12 लोगों की दुकानों को बंद कराया और अमेठी यूनिवर्सिटी के प्रबंधक को सीसीटीवी कैमरे को दुरुस्त करने के लिए कड़ी चेतावनी जारी की अक्सर ऐसा देखा जाता है कि जहां घटना होती है वहां का कैमरा बंद पाया जाता है इस तरह की व्यवस्था कतई स्वीकार नहीं होगी।