• September 12, 2024

नशा तस्करों के निशाने पर शैक्षिक संस्थान ,आखिर छात्र क्यों अपना रहे हैं नशा तस्करी का रास्ता ? 

 नशा तस्करों के निशाने पर शैक्षिक संस्थान ,आखिर छात्र क्यों अपना रहे हैं नशा तस्करी का रास्ता ? 

नोएडा

नशा तस्करों के निशाने पर शैक्षिक संस्थान ,आखिर छात्र क्यों अपना रहे हैं नशा तस्करी का रास्ता ? 

रिपोर्ट :- योगेश राणा

 

 

नोएडा: प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में उभरता गौतम बुद्ध नगर तस्करों के निशाने पर। नोएडा की कोतवाली 126 की पुलिस ने एक ऐसे ही गैंग का नेक्सस ध्वस्त किया है जो यूनिवर्सिटीज सहित नोएडा-दिल्ली स्थित अन्य शैक्षिक संस्थानों के छात्र / छात्राओं तथा आस-पास रहने वाले लोगों को नशीले मादक पदार्थ की बिक्री/सप्लाई करने वाले लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने नशीले मादक पदार्थों की सप्लाई करने वाले एमिटी यूनिवर्सिटी के छात्र सहित 05 शातिर तस्करों को गिरफ्तार किया है। जहां उनके कब्जे से पुलिस को भारी मात्रा में देशी व विदेशी मादक पदार्थ जिनकी अतंरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 10-12 लाख रूपये, 07 अदद मोबाइल फोन, 01 इलेक्ट्रोनिक तौल कांटा तथा नशीले मादक पदार्थों की सप्लाई व डिलीवरी में प्रयोग की जाने वाली 01 मोटर साइकिल व 01 स्कूटी को बरामद किया है। इस पूरे मामले पर सिलसिले बार जानकारी देते हुए पुलिस उपायुक्त नोएडा हरिश्चंद्र ने बताया कि एमिटी यूनिवर्सिटी व नोएडा में स्थित अन्य स्कूल/कॉलेजो व आस पास रहने वाले लोगों को नशीले मादक पदार्थों की सप्लायी करते हैं जिनमें गैंग का सरगना सचिन है। जो मध्यप्रदेश से चिन्टू नाम के व्यक्ति से शिलांग गाँजा को मंगाता है जिसकी बाजार में कीमत 90 हजार रूपये प्रति किलो है। इस गैंग का पकडा गया सदस्य सागर दिल्ली यूनिवर्सिटी से पास आउट छात्र है। जो कि स्नैप चैट, तेलीग्राम, व्हाट्सएप्प व अन्य सोशल मीडिया प्लैटफार्मों के माध्यम से अलग-अलग यूनिवर्सिटी व अन्य शैक्षिक संस्थानों के छात्रों से जुडा रहता है तथा डिमांड के अनुसार मादक पदार्थों की डिलीवरी व सप्लायी कराता है। मादक पदार्थों की डिलीवरी व सप्लायी के लिये इस गैंग ने अपने स्वयं के राइडर रखे हुये है। अभियुक्त सागर भट्ट व निशान्त मादक पदार्थों की डिलीवरी व सप्लायी हेतु राइडर का भी काम करते है तथा ये लोग मादक पदार्थों की सप्लायी हेतु पोर्टर एप्प का भी प्रयोग करते है और चेतन एमिटी यूनिवर्सिटी का होटल मैनेजमेन्ट कोर्स का चतुर्थ वर्ष का छात्र है जो विदेशी ड्रग्स OG व चरस खरीदकर एमिटी यूनिवर्सिटी व अन्य शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों को मादक पदार्थ बेचता है तथा पकडे गये तस्करों के मोबाइल फोनों से काफी अधिक संख्या में छात्रों के मोबाइल नंबर व मादक पदार्थों की डिलीवरी व सप्लायी से संबंधित चैटस भी प्राप्त हुया है। पकड़े गए तस्कर काफी शातिर किस्म के अपराधी है जो पुलिस की नजर में आने से बचने के लिये गाँजा, चरस, ओ.जी. एवं अन्य मादक पदार्थों को फ्लिप कार्ट,अमेज़न, मिशो जैसी कंपनीयों की रैपर पैकिंग में छोटे-छोटे पार्सल के रूप में बेचते है। अभियुक्तगण के कब्जे से OG एक विदेशी गाँजा है जिसकी मादकता भारतीय गांजे से काफी अधिक होती है। जिस कारण ये काफी डिमांड में रहता है जिसके प्रत्येक पैकेट को ये लोग 7-8 हजार रूपये में बेचते है तथा शिलाँग गाँजा पूर्ण रूप से एयर कंडीशनर में उगाया जाता है जिस कारण यह भी काफी डिमांड में रहता है जिसके प्रत्येक पैकेट को ये लोग 4-5 हजार रूपये में बेचते है। यह गिरोह नोएडा में एमिटी यूनिवर्सिटी, व अन्य शैक्षणिक संस्थानों, पी.जी., होस्टल आदि जगहों पर छात्र/छात्राओं को मादक पदार्थों की सप्लायी करते है। इस में एक तस्कर सागर मूलतः नेपाल का रहने वाला है और इसने दिल्ली यूनिवर्सिटी से बी.कॉम की पढाई की है। अभियुक्त सचिन मूलतः मैनपुरी व हर्ष मूलतः बिहार का रहने वाला है जिन्होंने ITI संबंधित टैकनिकल कोर्स की पढाई की है। तस्करों के द्वारा एक अलग कमरा किराये पर लेकर मादक पदार्थों को फ्लिपकार्ट, अमेज़न, मिशो जैसी कंपनीयों की रैपर पैकिंग में छोटे-छोटे पार्सल के रूप में पैक किया जाता था जिस कमरे को पुलिस द्वारा सील किया गया है । सभी तस्करों से पूछताछ पर मादक पदार्थों की सप्लायी करने वाले एक अन्य व्यक्ति अनित सोम का नाम भी प्रकाश में आया है । इन तस्करों चिन्टू व अनित सोम की शीघ्र गिरफ्तारी की जायेगी। इस पूरे नेक्सस को तोड़ने में एसीपी प्रथम रजनीश वर्मा व उनकी टीम द्वारा किया गया है।

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