नोएडा में एक युवक को अतिक्रमण की शिकायत करना भारी पड़ गया।
नोएडा
*नोएडा में एक युवक को अतिक्रमण की शिकायत करना भारी पड़ गया।*
रिपोर्ट :- योगेश राणा
नोएडा: नोएडा में एक सामान्य व्यक्ति को सार्वजनिक समस्या उठाना भारी पड़ गया है। ऐसा ही कुछ मामला नोएडा से सामने आया है। जहां सेक्टर 22 के रहने वाले रवि विश्वकर्मा को सार्वजनिक मुद्दा टिविटर पर उठाना भारी पड़ गया है। दिनांक 19 मार्च 2023 को अपने घर से हनुमान मंदिर की तरफ जा रहे थे उन्हें ऐसा महसूस हुआ कि हनुमान मंदिर की तरफ का रास्ता छोटा हो जाता है क्योंकि वहां दीपक सीमेंट एजेंसी वाले सार्वजनिक रास्ते पर बिल्डिंग मैटीरियल रखते हैं। इससे पूरे सेक्टर के लोग परेशान हैं। मैंने अपने साथ चल रहे दोस्त को बोला कि इसकी फोटो खींच ले। मेरे दोस्त ने फोटो खींचकर मुझे भेज दी। वो फोटो ट्विटर के माध्यम से किसी ने ट्वीट की। इस बात से दीपक सीमेंट एजेंसी के मालिक मुझसे द्वेष भावना रखने लगे और मुझे 26 मार्च को अपने घर पर ही था। इसी वक्त दीपक सीमेंट एजेंसी के मालिक का पुत्र अनुज उर्फ मोनू आया और बोला पापा बुला रहे हैं। मैं जब अपने पुत्र साथ जब उनके घर पहुंचा तो वहां काफी लोग बैठे थे।सभी के सामने मोनू ने बेस बाल के डंडा उठाकर मुझे धमकी दी कि 25 लाख खर्च करके चटका दूंगा और तेरी लाश का पता ठिकाना भी नहीं लगने दूंगा। जब इसका विरोध किया तो मोनू ने मेरे बेटे के साथ मारपीट की और हम किसी तरह से अपनी जान बचाकर वहा से भाग निकले। इस घटना के बाद मेरा पूरा परिवार दहशत में है। और वैसे आपको बता दें कि अतिक्रमणकारियों के खिलाफ शासन ने सख्त कार्रवाई करने के आदेश पूर्व में ही दिए हुआ है। मगर उसके बावजूद आम जनता को अधिकारियों को उनका कर्तव्य याद दिलाना पड़ता है मगर अधिकारियों से पहले तो उनकी अघोषित सेना के लोग बुरा मान जाते हैं।
*पीड़ित ने 12-22 के चौकी प्रभारी पर लगाए गंभीर आरोप*
उन्होंने बताया कि जब हमने इस घटना की सूचना चौकी प्रभारी को दी तो उन्होंनें जांच की तो सारी घटना सीसीटीवी की फुटेज में आ रही थी। लेकिन बाद में उसे डिलीट कर दिया गया। चौकी इंचार्ज ने अपने निजी स्वार्थों के लिए इस मामले में कोइ भी कारवाई नही की। कुछ लोगों का कहना है कि आरोपी के बड़े भाई का चौकी इंचार्ज से याराना है।जिसकी वजह से वह इस मामले में कोइ भी कारवाई करने से परहेज कर रहे है। पीड़ित ने उच्च अधिकारियों से अपील की है कि मेरी जांच किसी अन्य थाने में ट्रांफर की जाए जिससे की जांच प्रभावित ना हो सके और इस पूरी घटना की एलआईयू जांच होनी चाहिए जिससे पूरे प्रकरण की सच्चाई सामने आ सके। अगर भविष्य में मेरी ओर मेरे परिवार के साथ कोइ भी अनहोनी होती है तो उसके जिम्मेदाऱ मोनू का परिवार और चौकी इंचार्ज होंगे।अब देखना है कि आरोपियों के खिलाफ पुलिस क्या कारवाई करती है।