शहर की स्वच्छता व सौंदर्यता पर लापरवाह अधिकारियों का निकम्मापन भारी-?
नोएडा
शहर की स्वच्छता व सौंदर्यता पर लापरवाह अधिकारियों का निकम्मापन भारी-?
रिपोर्ट :- योगेश राणा
नोएडा: नोएडा अथॉरिटी ( New Okhla Industrial Development Authority) द्वारा शहर को साफ एवं स्वच्छ बनाने के दावे झूठे साबित हो रहे हैं। एक तरफ शहर की सौंदर्यता एवं स्वच्छता के लिए नोएडा अथॉरिटी को पुरस्कार मिल रहे हैं तो दूसरी तरफ नोएडा अथॉरिटी के लापरवाह अधिकारियों का निकम्मापन शहर पर भारी पड़ रहा है। एक कहावत है कि “ढाक के तीन पात” इस समय नोएडा अथॉरिटी पर एक दम सही बैठता नजर आ रहा है। क्योंकि नोएडा अथॉरिटी के वर्तमान सीईओ लोकेशन०एम लगातार शहर में भ्रमण कर रहे हैं और लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों पर कड़ा एक्शन भी ले रहे हैं मगर इसके बावजूद भी उनके भ्रमण का अधिकारियों पर असर पड़ता नहीं दिखाई दे रहा है ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि शहर को स्वच्छता की रैंकिंग में अव्वल लाने के लिए नोएडा अथॉरिटी ने सौंदर्यीकरण के लिए लाखों व करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है मगर प्राधिकरण के लापरवाह अधिकारियों की नजर उन कृत्रिम पार्क पर नहीं पड़ रही है जो 350 कूड़ा घरों को विलोपित करके पार्क बनाए गए थे जबकि यह पार्क शहर के बीचों बीच बनें हुए हैं जिन पर हर आते जाते आम से लेकर खास व्यक्तियों की नजर पड़ती है और इन पार्कों की दुर्दशा कुछ ऐसी है कि इन पार्कों में लगे पेड़ पौधों को तो जानवरों ने खा लिया या यह इन पौधों को गमले सहित लोगों ने चुरा लिया मगर इन पार्कों की दुर्दशा नोएडा अथॉरिटी के अफसर को ही नहीं दिखाई पड रही है।
*कूड़ा घरों को विलुपित करके कृत्रिम पार्क बनाने की योजना पूर्व सीईओ रितु माहेश्वरी की थी*
आपको बता दें कि नोएडा शहर को स्वच्छ एवं सौंदर्य बनाने का पूरा का पूरा श्रेय पूर्व में रही नोएडा विकास प्राधिकरण के सीईओ (आईएएस) रितु माहेश्वरी को जाता है क्योंकि उन्हीं के कार्यकाल में नोएडा को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने का कार्य किया गया था और इन्हीं के कार्यकाल में नोएडा को शहरी आवास नियोजन मंत्रालय द्वारा स्वच्छता की रैंकिंग में उच्च कोटि का स्थान प्राप्त हुआ था। इनके रहते हुए ही इस योजना पर ध्यान दिया जा रहा था मगर उनके ट्रांसफर हो जाने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण अब यह पार्क पुनः कूड़ा घर बन गए हैं और अब यह कूड़ा घर शहर वासियों के लिए परेशानी का सबक बन गए हैं इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार कौन