• September 19, 2024

सरस्वती शिशु मंदिर के सभागार में “इस राष्ट्र के निर्माण में प्रोफेशनल्स की महत्वपूर्ण भूमिका” विषय पर प्रोफेशनल्स का हुआ कार्यक्रम 

 सरस्वती शिशु मंदिर के सभागार में “इस राष्ट्र के निर्माण में प्रोफेशनल्स की महत्वपूर्ण भूमिका” विषय पर प्रोफेशनल्स का हुआ कार्यक्रम 

नोएडा

सरस्वती शिशु मंदिर के सभागार में “इस राष्ट्र के निर्माण में प्रोफेशनल्स की महत्वपूर्ण भूमिका” विषय पर प्रोफेशनल्स का हुआ कार्यक्रम 

 

नोएडा । सेक्टर बारह स्थित सरस्वती शिशु मंदिर के सभागार में “इस राष्ट्र के निर्माण में प्रोफेशनल्स की महत्वपूर्ण भूमिका” विषय पर प्रोफेशनल्स का एक कार्यक्रम हुआ जिसमे मुख्य अतिथि आईसीसीआर के अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे और विशिष्ठ अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल रहे जिन्होंने समारोह की अध्यक्षता की। कार्यक्रम में स्वदेशी जागरण मंच के सह संयोजक डॉ. अश्वनी महाजन, सी.ए. जैनपाल जैन, सीए रोहित वासवानी और सीए गिरीश आहूजा ने भी विचार रखे। इस अवसर पर एनसीआर क्षेत्र के चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सेक्रेटरी एवं कॉस्ट अकाउंटेंट पेशे से जुड़े प्रमुख लोग उपस्थित थे।

डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ने कड़ी मेहनत, केंद्रित दृष्टिकोण और दक्षता के माध्यम से जीवन में कोई भी उपलब्धि हासिल करने के लिए आवश्यक व्यावसायिकता के बारे में बात की।

 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने कहा, आज सभी देश भारत के प्रति आकर्षित हैं और भारत के साथ साझेदारी कर रहे हैं, इसलिए नहीं कि उन्हें भारत से प्यार है, बल्कि इसलिए कि वे जानते हैं कि आने वाले दो दशकों में सभी आर्थिक गतिविधियां भारत की ओर बढ़ रही हैं और वे इसमेई अपनी भागीदारी करना चाहते हैं और इसका हिस्सा बन ना चाहते हैं । राष्ट्र निर्माण में दो महत्वपूर्ण नियम हैं पहला आज्ञाकारी एवं पारदर्शी भ्रष्टाचार मुक्त कॉर्पोरेट नागरिक के रूप में देश का आर्थिक विकास और दूसरा विधायिका के विभिन्न स्तरों पर प्रत्यक्ष प्रतिनिधित्व के माध्यम से नीति निर्माण के भीतर राजनीतिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका। पेशेवरों को अपने करियर और काम को प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण और भारत के विकास क्षेत्रों के भविष्य की ओर उन्मुख करना चाहिए। दो क्षेत्र जहां भारत दुनिया का नेतृत्व करने की क्षमता रखता है; एक है प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उपयोग के माध्यम से ज्ञान अर्थव्यवस्था और दूसरी है कला, संस्कृति, पर्यटन, भोजन, वास्तुकला, त्योहार जैसी सांस्कृतिक अर्थव्यवस्था। श्री गोपाल कृष्ण अग्रवाल और डॉ. अश्वनी महाजन द्वारा क्षेत्र के प्रमुख पेशेवरों को उनके विभिन्न क्षेत्रों में योगदान के लिए सहायता प्रदान की गई। कार्यक्रम का आयोजन सिए जीतेन्द्र कुमार तिवारी द्वारा किया गया।

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