4 वर्षों में कहां चुकी ऋतु महेश्वरी और किस क्षेत्र में किया नोएडा के लिए काम*
नोएडा
*4 वर्षों में कहां चुकी ऋतु महेश्वरी और किस क्षेत्र में किया नोएडा के लिए काम*
रिपोर्ट :- योगेश राणा
नोएडा:- नोएडा से ऋतु महेश्वरी की विदाई। आपको बता दें कि आईएएस ऋतु महेश्वरी कोई पहचान की मोहताज नहीं है क्योंकि उत्तर प्रदेश के शो ऑफ विंडो कहे जाने वाले नोएडा की नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी के रूप में पद संभाल रही थी। और आपको बताते चलें कि इस के पहले आईएएस ऋतु महेश्वरी गाजियाबाद की डीएम का पद संभाल रही थी मगर उत्तर प्रदेश शासन ने उनकी कार्यशैली को देखते हुए वर्ष 2019 को जुलाई के माह में इनका ट्रांसफर नोएडा विकास प्राधिकरण में कर दिया था और नोएडा जैसे अति महत्वपूर्ण शहर की मुखिया के रूप में भेजा जाना इस बात का परिचायक था कि आईएस ऋतु महेश्वरी की शक्तियों में उत्तर प्रदेश शासन ने एक बड़ा इजाफा कर दिया था या यूं कहें उनकी कार्यप्रणाली ने उनको एक बड़ा तोहफा दिलवा दिया था क्योंकि नोएडा जैसे अति महत्वपूर्ण शहर की मुखिया बनाकर भेजा जाना अपने आप में एक बड़ी बात है। आईएस ऋतु महेश्वरी ने अपने 4 वर्ष के कार्यकाल में अनेकों बड़ी उपलब्धियां हासिल बल्कि इस शहर को स्वच्छ एवं साफ बनाने के लिए कठिन प्रयास किया और इसी का नतीजा है कि आज नोएडा की स्वच्छता को लेकर एक अलग पहचान बनी है। और उन्होंने अपने कार्यकाल में शहर को सुंदर बनाने के लिए एवं लोगों को अपनी सांस्कृतिक विरासत को कला के माध्यम से स्मरण कराने का भी भरपूर प्रयास किया और इनके इस कार्य की प्रदेश की योगी सरकार से लेकर केंद्र की मोदी सरकार ने भी खूब प्रशंसा की इस लिए ही उत्तर प्रदेश सरकार ने आईएस ऋतु महेश्वरी को उपहार में नोएडा के साथ-साथ ग्रेटर नोएडा का भी मुख्य कार्यपालक अधिकारी तथा नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन का निदेशक भी नियुक्त कर दिया था हर एक समय तो ऐसा भी लगने लगा था कि 3 जिलों को जोड़कर न्यू नोएडा को बसाने के लिए अगली जिम्मेदारी भी आईएस ऋतु महेश्वरी को ही दी जाएगी मगर कहते हैं ना कि अत्याधिक शक्ति ही विघटन का कारण होती है उनके कार्यों के साथ-साथ अपवाद भी उनसे जुड़े रहे और अपवादों ने भी उनका पीछा नहीं छोड़ा ट्रांसफर पोस्टिंग की नीति को लेकर के हो या अधिकारियों को रिलीव करने को लेकर हो या न्यायालयों की अवमानना को लेकर हो या फिर भ्रष्टाचार का मुद्दा हो। इन मुद्दों में ऋतु महेश्वरी बार बार घिरती नजर आई और सबसे बड़ी बात है कि इन्हीं के कार्यकाल में सर्वोच्च न्यायालय ने नोएडा विकास प्राधिकरण को भ्रष्टाचार की मूरत के रूप से अलंकृत किया था और कहा था कि नोएडा विकास प्राधिकरण से भ्रष्टाचार टपकता है, ऐसे शब्दों का सर्वोच्च न्यायालय द्वारा किसी सरकारी निकाय के लिए इस्तेमाल किया जाना प्रदेश की सरकार की
कार्यप्रणाली पर सवाल उठा देने के बराबर है और इस के साथ साथ किसानों एवं रेहड़ी पटरी वालों को लेकर के ऋतु महेश्वरी का नजरिया हमेशा नकारात्मक रहा इस कारण इनका विरोध दोनों प्राधिकरण में अधिक होने लगा और इस विरोध प्रदर्शन को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए आईएएस ऋतु महेश्वरी से सबसे पहले ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी के पद से कार्य मुक्त किया गया और 2 हफ्ते के अंदर अंदर उनसे नोएडा प्राधिकरण एवं नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन का भी चार्ज छीन लिया गया चुकी आईएएस रितु माहेश्वरी के शासन के वरिष्ठ अधिकारियों से अच्छे समन्वय होने के कारण उनको नई तैनाती के रूप में आगरा का कमिश्नर बना कर भेजा गया है इसी के साथ नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी के रूप में कानपुर के कमिश्नर डॉक्टर लोकेश एम को नोएडा प्राधिकरण का मुख्य कार्यपालक अधिकारी बना कर भेजा गया है। वहीं इनके ट्रांसफर को लेकर के आम नागरिकों में चर्चा का केंद्र बिंदु बन गए हैं। कुछ लोगों की माने तो आईएएस ऋतु महेश्वरी का कार्यकाल नोएडा के स्वर्णिम काल के रूप में गिने जाने वाले रहा और कुछ नागरिकों के दृष्टिकोण से उनका कार्यकाल अब वादों से घिरा रहा है।