6 माह, 1 साल, 3 और 5 साल की FD, जानें प्राइवेट या सरकारी बैंक में से कब किसका चुनाव ज्यादा रिटर्न के लिए करें
बैंक मौजूदा समय में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर शानदार ब्याज दे रहे हैं। कई बैंक एफडी पर 9% तक का ब्याज ऑफर कर रहे हैं। हालांकि, इसका फायदा सभी लोग नहीं ले पा रहे हैं। इसकी वजह है कि एफडी कराने में पुराना ढुलमुल रवैया। आज भी बहुत सारे लोग उसी बैंक में एफडी करना पसंद करते हैं, जिनमें उनका खाता है। इसके अलावे बहुत कम लोग एफडी कराने से पहले बैंकों की ओर से दी जा रही ब्याज को चेक करते हैं। इससे उनको नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसे में अगर आप भी एफडी कराने की सोच रहें हैं तो कुछ बातों का ख्याल रखकर ज्यादा रिटर्न पा सकते हैं। इसके लिए सबसे जरूरी है कि एफडी की अवधि और उसपर मिलने वाला ब्याज का आकलन किया जाए। आज हम आपको बता रहें हैं कि अवधि के अनुसार कहां एफडी करना बेहतर होगा। यानी कब आप सरकारी बैंक का चुनाव करें और कब प्राइवेट बैंक का?
6 माह से 1 साल की एफडी प्राइवेट बैंक में कराएं
बैंकिंग क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि अगर आप छोटी अवधि के लिए एफडी कराने जा रहें हैं तो आप सरकारी बैंक के बजाय प्राइवेट बैंक का रुख करें। आपको सरकारी के मुकाबले प्राइवेट बैंक में ज्यादा ब्याज मिल जाएगा। यानी आप अपने पैसे पर अधिक कमाई कर पाएंगे। नीचे दिए गए चार्ट को देखकर आप खुद से अंदाजा लगा लेंगे कि प्राइवेट बैंक में छोटी अवधि के लिए एफडी करना क्यों फायदेमंद रहेगा।
सरकारी बैंक Vs प्राइवेट बैंक एफडी रेट
प्राइवेट बैंक | एफडी-6 माह | एफडी-1 साल | सरकारी बैंक | एफडी-6 माह | एफडी-1 साल |
Bandhan Bank
|
4.5% | 7.25% | Indian Bank | 3.85% | 6.1% |
HDFC Bank | 4.5% | 6.6% | Indian Overseas Bank | 4.95% | 6.5% |
Kotak Mahindra Bank | 7% | 7.1% | Punjab National Bank | 5.5% | 6.8% |
YES Bank | 4.75% | 7.5% | State Bank of India | 5.25% | 6.8% |
Axis Bank | 5.75% | 6.8% | Union Bank | 4.4% | 6.3% |
मीडियम टर्म के लिए भी प्राइवेट बैंक बेहतर
अगर आप दो से तीन साल के फिक्स्ड डिपॉजिट कराने की सोच रहें हैं तो प्राइवेट बैंक ही बेहतर होगा। दो से तीन साल के एफडी पर फिलहाल सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में ब्याज दर 6-7 फीसदी है। वहीं, प्राइवेट बैंक में इस अवधि के एफडी पर ब्याज दरें 7-8 फीसदी के दायरे में हैं। यानी आपको यहां पर भी प्राइवेट बैंक की ओर रुख करना बेहतर होगा।
लंबी अवधि के लिए दोनों में कोई खास अंतर नहीं
अगर आप 5 या उससे अधिक साल के लिए एफडी कराते हैं तो सरकारी या प्राइवेट बैंक में से किसी का भी चुनाव करेंगे तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा। ऐसा इसलिए की लंबी अवधि के एफडी पर ब्याज दर दोनों बैंकों में करीब-करीब समान होता है।