*अधिकारी की सार्वजनिक अपील… लाइसेंस बनवाने के लिए बाबू से करें संपर्क*
बरेली
*अधिकारी की सार्वजनिक अपील… लाइसेंस बनवाने के लिए बाबू से करें संपर्क*
बरेली । जिला कृषि रक्षा अधिकारी की ओर से एक अजीबोगरीब तरह का इतिहास रच दिया गया है। अपने कार्यालय के एक बाबू का फोटो सहित विज्ञापन छपवाकर उन्होंने सार्वजनिक अपील कर डाली है कि कीटनाशकों के कारोबार का लाइसेंस लेने के लिए उसी से संपर्क किया जाए। इस कारनामे के बाद भ्रष्टाचार को खुलकर बढ़ावा देने की आशंका जताई जा रही है। यह भी सवाल उठाया जा रहा है कि शासन ने जब लाइसेंस बनाने की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी है तो बाबू से व्यक्तिगत संपर्क पर जोर क्यों दिया जा रहा है।
*नवाबगंज इलाके के एक कीटनाशक कारोबारी*
प्रमोद कुमार ने इस संबंध में मुख्यमंत्री पोर्टल के साथ सीडीओ से भी शिकायत की है। उनका आरोप है कि विपिन कुमार नाम के जिस कनिष्ठ लिपिक के फोटो और फोन नंबर के साथ अखबारों में विज्ञापन छपवाकर जिला कृषि रक्षा अधिकारी ने कीटनाशक लाइसेंस के लिए उससे संपर्क करने की अपील की है, वह पहले से आवेदकों को कागज जमा करने के बहाने कार्यालय बुलाकर उनका उत्पीड़न करता रहा है।
*प्रमोद ने यह भी सवाल उठाया है*
कि शासन का निर्देश है कि लाइसेंस ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत बनाए जाएं, इसके बावजूद ऑफलाइन प्रक्रिया के तहत लाइसेंस बनवाने की अपील जारी करना मंशा पर साफ सवाल खड़े कर रहा है। हालत यह है कि सिर्फ विज्ञापन ही नहीं छपवाया गया है बल्कि कार्यालय के सूचना पट पर भी नोटिस चस्पा कर दिया गया है।
*बोलीं- बाबू के बहकावे में आकर हो गई चूक*
कृषि रक्षा अधिकारी कार्यालय में दो बाबू हैं। इनमें से वरिष्ठ सहायक ललित पटेल पर तहसील सदर, आंवला और मीरगंज के कीटनाशक लाइसेंस पटल का चार्ज है। आरोपों में घिरे कनिष्ठ सहायक विपिन कुमार शर्मा को फरीदपुर, बहेड़ी और नवाबगंज तहसील का चार्ज दिया गया है। जिला कृषि रक्षा अधिकारी अर्चना प्रकाश अब खुद भी स्वीकार कर रही हैं कि बाबू विपिन के बहकावे में आकर उनसे चूक हो गई। वह ऐसा विज्ञापन नहीं प्रकाशित कराना चाहती थीं लेकिन बाबू ने उनसे आदेश करा लिया। बोलीं, अब अगर किसी को परेशान किया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।