कमिश्नर लक्ष्मी सिंह का ऑपरेशन ड्रग्स तस्कर का पोस्टमार्टम हमारी नजर से!
नोएडा
कमिश्नर लक्ष्मी सिंह का ऑपरेशन ड्रग्स तस्कर का पोस्टमार्टम हमारी नजर से!
रिपोर्ट :- योगेश राणा
नोएडा: क्या गौतमबुद्धनगर ड्रग्स तस्करों के लिए सुरक्षित स्थान बन गया है। ऐसा कहने की अहम वज़ह है. क्योंकि पीछले कुछ महिनों के अन्तराल में ड्रग्स तस्करों के खिलाफ जिस तरीके से नोएडा पुलिस ने कार्यवाही की है वह काबिले तारीफ है। इस बात गवाही पुलिस द्वारा पकड़ा गया ड्रग्स की कीमतें दे रही है क्योंकि नोएडा पुलिस ने अब तक एक हजार करोड़ रुपए तक का ड्रग्स पकड़ चुकी है। लेकिन बड़ा सवाल है कि आखिर क्यों ड्रग्स तस्कर इसी क्षेत्र में बार-बार पैर पसारने का प्रयास कर रहे हैं। इसकी पूरी इनसाइड स्टोरी हम आपको बताते है। इसका पूरा पोस्टमार्टम करते हैं आखिर यह बिमारी इस शहर में कैसे फैलना शुरू हुई। इन तस्करों का जन्मदाता डूब क्षेत्र में बने फार्म हाउस है क्योंकि इसके पहले यह बिमारी (ड्रग्स तस्करी) का खेल दिल्ली के तैमूर नगर में चलता था मगर धीरे धीरे यह बिमारी नोएडा शहर में शिफ्ट होने लगी इसका मुख्य स्थान बना डूब क्षेत्र में बने फार्म हाउस
क्योंकि इस क्षेत्र में अवैध रूप से बने फार्म हाउस में प्रत्येक दिन पार्टीयों के नाम पर रेव पार्टीयां की जाती थी। “इसका खुलासा 06 मई 2019 को तत्कालीन एसएसपी वैभव कृष्ण ने किया था तब उन्होंने एक साथ कई सारे फार्म हाउसों में क्षापा मारा था सभी को ड्रग्स के नशे के हालात में पकड़ा था तब इस बात का खुलासा हुआ था की बड़े पैमाने पर एमडीएमए (एक्स्टसी), एलएसडी और सिंथेटिक सहित विभिन्न ड्रग्स से बनीं दवाओं के सेवन से जुड़ी होती थी”, आप इस बात का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि उस समय यहां पार्टी करने के लिए लोग दूर-दूर से लाखों रुपए खर्च कर के आते थे और धीरे-धीरे यह शहर पूरी तरीके से रेव पार्टीयां का गढ़ बन गया था। उसी समय पंजाब STF ने मुहाली से कुछ युवकों को गिरफ्तार किया था उन से पूछताछ में पता चला था कि सिंथेटिक ड्रग्स की खेप को गौतमबुद्धनगर से भेजा गया था इस घटना से पंजाब पुलिस भी पूरी तरीके से हिल गई थी क्योंकि इतिहास में पहली बार था जब सिंथेटिक ड्रग्स की खेप गौतमबुद्धनगर से भेजी गई थी। अमूमन ऐसा होता था कि पाकिस्तान से भेजी गई ड्रग्स पाकिस्तान से लगने वाले राज्यों पंजाब, गुजरात, राजस्थान आदि शहरों में ड्रग्स की खेप भेजी जाती थी फिर वहां से हिन्दूस्तान में अलग अलग जगहों पर भेजी जाती थी। मगर गौतमबुद्धनगर से ड्रग्स
सप्लाई का खेल चलना देश को आंतरिक रूप से खोखला करने जैसा है क्योंकि इसकी चपेट में सबसे अधिक युवा पीढ़ी आ रही थी इस बिमारी की गंभीरता को समझने के लिए आपको 27 अगस्त 2022 का टि्वट को देखना चाहिए जिसमें मुख्यमंत्री के ट्विटर हैंडल से ड्रग्स तस्करों के खिलाफ प्रदेश व्यापी अभियान चलाया गया था और उसे ट्वीट में मुख्यमंत्री कार्यालय से अधिकारियों के लिए विशेष रूप से यह भी लिखा गया था कि जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक सहित थाना अध्यक्ष को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी सोचिए अगर मुख्यमंत्री कार्यालय से इस तरीके से सार्वजनिक रूप से लिखा जा रहा है तो यह कितना गंभीर मामला रहा होगा इस लिए प्रदेश सरकार ने अपने सबसे भरोसेमंद महिला अफसर आईपीएस लक्ष्मी सिंह अधिकारी को गौतमबुधनगर का कमिश्नर बनाकर भेजा था और हमें अच्छे से याद है की लक्ष्मी सिंह ने गौतम बुद्ध नगर का प्रभार संभालते ही अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने इरादे जाहिर कर दिए थे कि उन्हें प्रदेश सरकार ने जिस कार्य के लिए गौतम बुद्ध नगर भेजा है उस पर शत प्रतिशत उतारने के लिए आते ही सबसे पहले नारकोटिक्स सेल का गठन किया था और उसके बाद से फिर लक्ष्मी सिंह ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार ड्रग्स माफिया सहित बड़े-बड़े माफियाओं को धराशाही करने का कार्य कर रही है।