ग्रेटर नोएडा में चल रही थी ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री ,ग्रेटर नोएडा पुलिस को नहीं लगी कानों कान खबर , दिल्ली पुलिस ने किया पर्दाफाश।
ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा में चल रही थी ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री ,ग्रेटर नोएडा पुलिस को नहीं लगी कानों कान खबर , दिल्ली पुलिस ने किया पर्दाफाश।
रिपोर्ट :- योगेश राणा
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा पुलिस ( greater Noida police) के नाक के नीचे चलता रहा ड्रग्स बनाने का कारोबार, ग्रेटर नोएडा पुलिस सहित लोकल इंटेलीजेंस यूनिट ( greater Noida police and intelligent unit) तक को नहीं लगी कानों कान खबर। वहीं दिल्ली पुलिस की द्वारका यूनिट की एंटी नारकोटिक्स सेल ने ड्रग्स बनाने वाली कंपनी का किया पर्दाफाश। और ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री से नारकोटिक्स सेल ने करोड़ों की ड्रग्स और ड्रग्स बनाने के लिए काफी मात्रा में रॉ मैटेरियल की बरामदगी की है और फैक्ट्री से एंफेटामाइन ड्रग्स भी बरामद किया है। डीसीपी द्वारका अंकित सिंह ने बताया कि एंफेटामाइन ड्रग्स का सेवन करने वाले लोग बहुत ही जल्द ड्रग एडिक्ट हो जाते हैं क्योंकि इसके सेवन से व्यक्ति के मुंह से किसी भी तरह की दुर्गन्ध नहीं आती है। यही वजह है की युवा नशा करने के लिए इसका अधिक इस्तेमाल कर रहे हैं, वहीं दिल्ली पुलिस ने छापामारी दौरान अफ्रीका मूल के चार नागरिकों भी गिरफ्तार किया है।
ग्रेटर नोएडा पुलिस की सक्रियता सवालों के घेरों में?
बता दें कि 30/05/2023 को नोएडा कमिश्नरेट पुलिस ने ड्रग्स कम्पनी का खुलासा किया था मगर इस खुलासे ने स्थानीय पुलिस की सक्रियता पर सवाल खड़े कर दिए थे।इस पर नोएडा की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने जांच के आदेश देते हुए उस वक्त के अपर पुलिस उपायुक्त शक्तिमान मोहन अवस्थी की जांच में उन्होंने 10 पुलिस कर्मियों को दोषी माना था इसकी जांच रिपोर्ट जांच अधिकारी ने अभी कुछ महिने पहले ही पुलिस कमिश्नर को सौंपी है मगर इन दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होने से पहले ही एक और ड्रग्स कंपनी का खुलासा हो जाना चिंता का विषय बन गया साथ ही साथ सवाल खड़े होने लगे हैं कि मौजूद पुलिस कर्मियों की भी जांच होगी?