जितने खौफनाक कत्ल, उतने ही चौंकाने वाले खुलासे, नफरत में बेटों ने दिया वारदात को अंजाम

मेरठ के शास्त्रीनगर सेक्टर छह में सोमवार रात प्रमोद कर्णवाल और उनकी पत्नी की जिस दरिंदगी से हत्या हुई, उसे देखकर हर कोई सिहर गया था। कोई सोच भी नहीं सकता था कि इस हैवानियत को परिवार के इकलौते बेटे आर्यन ने अंजाम दिया है। आर्यन के दिल में पिता के लिए नफरत इस कदर घर कर गई कि वह उनकी हत्या की साजिश रच बैठा। इसमें अपने दोस्त आदित्य को भी शामिल कर लिया। दोनों ने मिलकर ही इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया।
जिसे पाला-पोसा, पढ़ा लिखाकर काबिल बनाया वह इस कदर हैवानियत के साथ उनकी जान ले लेगा यह सोचकर और शवों की हालत देख हर किसी का कलेजा मुंह को आ रहा था। पुलिस ने हालांकि मात्र दो घंटे के भीतर ही इस वारदात का खुलासा कर दिया और आरोपी आर्यन और उसके दोस्त आदित्य को जेल भेज दिया। वहीं पुलिस पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं।
दोहरा हत्याकांड जितना खौफनाक था, उसका खुलासा उतना ही चौंकाने वाला है। आर्यन ने प्लानिंग की थी कि उसके पिता की हत्या के कुछ दिन बाद वह आदित्य के पिता को भी मार देंगे। दोनों अपने पिता से बेहद नफरत करते थे। यही कारण था कि आर्यन सबसे ज्यादा आदित्य के ही करीब था।
ये कहानी सिर्फ दोहरे हत्याकांड की नहीं है। रिश्तों के कत्ल की भी है। परिवारों के अलगाव की है। आर्यन और आदित्य दोनों ही रिश्ताें के अलगाव का शिकार थे। यही वजह थी कि उनकी दोस्ती गहरी होती चली गई। दोनाें को एक ही दुख था कि पिता प्यार नहीं करते हैं।
दोनों अपने पिता से नाराज रहते थे। नौचंदी के राजेंद्र नगर गली नंबर दो में रहने वाले आदित्य वशिष्ठ की कहानी भी आर्यन से मिलती थी। आदित्य और आर्यन कई वर्षों से साथ थे। दोनों ही मेरठ कॉलेज में बीएससी कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहे हैं।
2014 में आदित्य की मां की मौत हो गई थी। उसके पिता तरुण वशिष्ठ एक निजी कंपनी में सेल्स मैनेजर हैं। आदित्य भी आर्यन को बताता था कि उसके पिता भी उसे प्यार नहीं करते हैं। उसकी भी उनसे बनती नहीं थी। यही हाल आर्यन का था। वो बताता था कि पिता शराब पीकर मां की पिटाई करते हैं।
पुलिस के मुताबिक प्रमोद कर्णवाल और उनकी पत्नी के संबंध शुरू से ही अच्छे नहीं थे। इसके चलते आर्यन अपने दादा नरेंद्र प्रताप और दादी विनोद बाला के ज्यादा नजदीक था। दो महीने पहले प्रमोद कर्णवाल ने शराब के नशे में मां विनोद बाला को धक्का दे दिया था, उनको चोट भी लगी थी। इसके बाद से आर्यन की पिता के प्रति नफरत और बढ़ गई थी।
आदित्य के पिता को डिप्रेशन की समस्या रहती है। ऐसे में डॉक्टर ने उनको नींद की गोलियां लिखी हुईं थी। आर्यन ने आदित्य के पिता के पर्चे पर तीन पत्ते नींद की गोलियों के खरीदे। एक पत्ते की गोलियों का चूरा बनाकर उन्हें मैंगो शेक में मिलाकर दादा-दादी और मां को पिला दिया। वहीं बुधवार सुबह आदित्य के पापा नौचंदी थाने पहुंचे। बेटे से बात करने के बाद उनका कहना था कि यह बात गलत है। मेरा बेटा मुझे मारने की प्लानिंग नहीं कर सकता। यह सारी बातें आर्यन झूठ बोल रहा है।
आर्यन और उसका दोस्त आदित्य हवालात से लेकर कोर्ट तक चुप्पी साधे रहे। दोनों के हाव-भाव से साफ लग रहा था कि उन्होंने अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। आर्यन से जब पूछा गया कि उसे माता-पिता की हत्या के बारे में क्या कहना है तो वह चुप ही रहा। दोनों हवालात में कानाफूसी करते रहे।
बुधवार को थाने में दोनाें के परिवार के लोग मिलने पहुंचे। आर्यन ने सबसे यही कहा कि वो पिता की आदतों से परेशान था, इसलिए उसने हत्या की प्लानिंग कर ली थी।