धवस्ती करण के नाम पर दीवार पोतकर कर दी GDA के प्रवर्तन विभाग के अधिकारियों ने धवस्ती करण की खानापूर्ति, कॉलोनाइजर के सामने बौना साबित हुआ विभाग
(हिमांशु त्यागी की खास रिपोर्ट)
धवस्ती करण के नाम पर दीवार पोतकर कर दी GDA के प्रवर्तन विभाग के अधिकारियों ने धवस्ती करण की खानापूर्ति, कॉलोनाइजर के सामने बौना साबित हुआ विभाग
मामला जोन 2 के अंतर्गत IAMR कॉलेज के पीछे कट रही RLS रेजिडेंसी का है आपको बता दें बीती 9 जनवरी को हमारे द्वारा चलाई गई ख़बर के फल स्वरुप जीडीए के प्रवर्तन जोन 2 के अधिकारी हरकत में आए और उन्होंने आनन-फानन में RLS रेजिडेंसी के नाम से कट रही इस अवैध कच्ची कॉलोनी पर एक्शन लिया और जल्द ही इसे ध्वस्त करने की रणनीति अंदरूनी तौर पर विभागीय अधिकारियों ने बनाई। खुद G D A उपाध्यक्ष द्वारा इस अवैध कट रही कच्ची कॉलोनी का संज्ञान लिया गया। हमारी टीम द्वारा आस-पड़ोस के लोगों से यह जानकारी प्राप्त हुई की जमीन मालिक नेम प्रकाश गोयल से जमीन का अनुबंध कर सुबोध शर्मा और शशिकांत त्यागी नामक कॉलोनाइजर ने इस पर RLS रेजिडेंसी के नाम से फ्री होल्ड कच्ची कॉलोनी काटने का प्रोजेक्ट लॉन्च किया है।
19 बीघे में कट रही इस अवैध कच्ची कॉलोनी पर जब GDA अधिकारी नोटिस रिसीव कराने गए तो वहां कोई नहीं मिला जिसके बाद GDA अधिकारी अगली बार रेजीडेंसी के होल्डिंगो को निस्तै नाबूत कर आए और दीवार पर चेतावनी भी लिख आए। कि यह कॉलोनी अवैध है इसमें प्लॉट ना खरीदें जिसके बाद आम जनमानस में यह भाव उत्पन्न हुआ कि शायद अगले फेर में कुछ बड़ा होगा और पीला पंजा इस पूरी कॉलोनी को जमींदोज कर देगा और यहां कॉलोनी काट रहे कॉलोनाइजर के ऊपर सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984 के तहत मामला दर्ज होगा ,लेकिन ऐसा हो ना सका 18 दिन गुजर जाने के बाद भी इस अवैध कच्ची कॉलोनी पर कॉलोनाइजर छाती तान कर काम कर रहा है और वह भी दुगनी तेजी से।
अब इसे जीडीए की विफलता कहे या कॉलोनाइजर की दबंगई यह तो आप ही निर्णय ले लीजिए लेकिन फिलहाल ऐसा प्रतीत हो रहा है की जीडीए के पीले पंजे की गति सुस्त पड़ गई है जिस कारण कॉलोनाइजर के हौसले बुलंद हैं।
अब देखना यह होगा कि इस खबर के चलने के बाद दोबारा जीडीए उपाध्यक्ष कितनी जल्द एक्शन मोड में आकर इस कॉलोनी पर कार्यवाही करते हैं।