भारत में भी बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक दो ही वर्ग हों, ऐसे में विकसित राष्ट्र के लिए जातिय कानून को खत्म तो करे मोदी सरकार – संजीव सिंह
नई दिल्ली
भारत में भी बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक दो ही वर्ग हों, ऐसे में विकसित राष्ट्र के लिए जातिय कानून को खत्म तो करे मोदी सरकार – संजीव सिंह
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(नई दिल्ली) भारत देश की सबसे बड़ी समस्या जातिवाद है। इसके कारण ही देश की एकता कभी चरम स्तर पर मजबूत नहीं हो पाई। समाज में सदैव जातिवाद के कारण ही विवाद और व्यवहारिक दुरी हर स्तर पर बना रहता है। वैचारिक, नीतिगत एवं राजनीतिक विभेद भी सदैव बना रहता है। जिन सबके कारण भारत के समाजिक जीवन में सदैव तनाव ज्यादा या कम बना रहता है। अतः भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सबसे पहले केंद्र सरकार सहित सभी सरकारों द्वारा तमाम जातिय कानून एवं योजनाओं के साथ जातिय विभागों को ध्वस्त करने की सख्त जरूरत है। साथ ही इस जातिय कानून और योजनाओं के जगह बहुसंख्यक नामक कानून एवं योजनाओं के निर्माण करने की सख्त आवश्यकता है। उक्त बातें वंदेमातरम सेना के संस्थापक और अखिल भारतीय सवर्ण मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव कुमार सिंह ने आज कहा। उन्होंने कहा की दुनियाँ का कोई भी देश अपने बहुसंख्यक समाज के हितैषी योजनाओं और कानून के बदौलत ही उसे संपुष्ट करते हुए आगे बढ़ता रहता है। भारत को भी अपने विकसित राष्ट्र के अवधारणा को पुरा करने के लिए देश में बहुसंख्यक समाज के आर्थिक समाजिक शैक्षणिक वैचारिक विकास के सामूहिक भाव वाले कानूनी एवं संवैधानिक व्यवस्था को मजबूती से स्थापित करना ही होगा। भारत में भी केवल बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक दो ही वर्ग तय करना प्रधानमंत्री मोदी के प्राथमिक कार्यों में शामिल होना चाहिए।