बरेली में मर गई मां की ममता बेटी होने पर जंगल में फेंक आई माँ , खेत में मिला नवजात बच्ची का शव
बरेली । उत्तर प्रदेश जनपद बरेली के शीशगढ़ में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई। एक मां की ममता उस समय मर गई जब उसने जन्म लेते ही अपनी बेटी को जंगल में छोड़ दिया। दुनिया में एक महिला के लिए सबसे बड़ा सुख मां बनने का होता है. इस दिन का इंतजार हर महिला करती हैं. जब से गर्भ में भ्रूण स्थापित होता है. एक महिला पल-पल उसको महसूस करती है. भले ही कोई नवजात नौ महीने के बाद दुनिया में जन्म लेकर आता है. तो परिवार के लोग उसे देख पाते हैं. लेकिन एक मां ही होती है.जो बच्चे को पैदा होने से पहले ही उसकी हर हरकत को महसूस करती हैं. लेकिन दुनिया में कुछ ऐसी भी मां होती हैं. जो अपने कलेजे को टुकड़े को कचरा के बराबर समझती हैं. और उसे मरने के लिए कचड़े के डब्बे में ही फेंक देती हैं. एक ऐसी ही कलयुगी मां की खबर बरेली से सामने आई है. जहां एक नवजात को लोक लाज के चलते नवजात बच्ची को कपड़े में लपेट कर जंगल में फेंक दिया। पक्षियों ने उसके गले को नोचकर घाव बना दिया था। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने बच्ची के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
गांव मीरपुर निवासी मंगली के गन्ने के खेत में कुछ ग्रामीणों ने रविवार दोपहर नवजात बच्ची के शव को पड़ा देखा। बच्ची के शव को पक्षी नोंच रहे थे। सूचना मिलते ही मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। गांव में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं। सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर विजय कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से पूछताछ की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। उन्होंने नवजात के शव को लावारिस में पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए बरेली भेज दिया है। इंस्पेक्टर विजय कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।