APPLE सहित ब्रांडेड कंपनी व आम जनता को चूना लगाने वाले गैंग का नोएडा पुलिस ने किया पर्दाफाश
नोएडा
*APPLE सहित ब्रांडेड कंपनी व आम जनता को चूना लगाने वाले गैंग का नोएडा पुलिस ने किया पर्दाफाश*
नोएडा: नोएडा पुलिस को मिली बड़ी सफलता। (INFORCELL TECHNOLOGY PRIVATE LIMITED) इनफोर्सल टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड नामक कम्पनी भारत सरकार एवं भारत के नागरिकों को लगा रही थी चुना नोएडा के थाना सेक्टर 20 की सक्रियता के कारण कंपनी का हुआ भंडाफोड़ विदेशों से महंगे मोबाइलों को चोरी छुपे आयात कर इनफोर्सल टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी की वेबसाइट पर नया मोबाइल एवं मोबाइल रिपेयरिंग कर एक्स्ट्रा कवर ब्रांड की पैकिंग के द्वारा विक्रय करने का कार्य किया जा रहा था और यह कार्य लगभग पिछले 5 वर्षों से किया जा रहा था पुलिस को जांच में पता चला है कि इससे पूर्व यह कंपनी HCL, Dell आदि कम्पनी के अधिकृत सर्विस सेंटर के तौर पर लैपटॉप रिपेयरिंग का कार्य करती थी और कंपनी का मालिक सौमित्र गुप्ता दिल्ली निवासी हैं और दूसरा डायरेक्टर अरूण ग्रेटर नोएडा का निवासी है। वहीं इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए नोएडा के डीसीपी हरिश्चंद्र ने बताया कि यह कंपनी नोएडा के B-21 सेक्टर 8 में संचालित थी और पुलिस को शिकायत मिली थी कोई कम्पनी है जो बिना ओरिजिनल बिल के महेंगे फोन बेच रही है जिस पर दिनांक 25/02/20223 कार्रवाई करते हुए एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया जिसका नाम राकेश कुमार शर्मा है और आरोपी ने पुलिस को बताया कि विदेशों से विभिन्न कंपनियों के महंगें मोबाइल फोन को आयात कर कंपनी की डिटेल ,एमआरपी प्रिंट किए बिना ही अपनी कंपनी इनफोर्सल टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड का ब्रांड नेम एक्स्ट्रा कवर की पैकिंग में बिना बिल के विक्रय करते थे और आरोपियों द्वारा प्रयोग किए हुए अवैध मोबाइल फोन को एनसीआर में संदिग्ध व्यक्तियों से बिना आईडी व बिल के खरीदना व पार्ट्स बदलकर ग्राहकों को भ्रमित कर बेचा करते थे और संदिग्ध व्यक्तियों से खरीदे गये मोबाइल फोन के पार्टस बदलकर असैम्बलिंग करते थे और आरोपियों द्वारा विक्रय किये गये नये मोबाइल फोन की सर्विस की कोई गारन्टी नहीं दिया करते थे और इनके द्वारा विक्रय किय गये विभिन्न कम्पनियों के नये मोबाइल की सर्विस मोबाइल कम्पनियों के अधिकृत सर्विस सेन्टर(ओथोराइजिड सर्विस सेन्टर) पर नहीं होती है, बल्कि ग्राहकों को इन्हीं के सर्विस सेन्टर पर आना पडता था और खास बात है इनके पास से एक रजिस्टर बरामद हुआ है जिसमें एनसीआर से अवैध मोबाइल खऱीदे जाने वालों का केवल नाम अंकित है। संभवतः यह सभी मोबाइल कही न कहीं लूट/चोरी के हैं। क्योंकि इन मोबाइलों के वास्तविक स्वामी की डीटेल अंकित नहीं है और न ही इनके पास कोई खरीद आदि की रसीद, जिससे की वास्तविक स्वामी का पता किया जा सके। साथ ही साथ इनके द्वारा अलग-अलग व्यक्तियों से ऑनलाईन फोन खऱीदे जाते है। जिसका कोई भी विवरण इनके पास मौजूद नही है दूसरा की किसी भी कर्मचारी को काम करने के लिए 20 से 25 दिन ही कंपनी में रखा करते थे और इनके द्वारा अलग-अलग फोन के पार्टस निकालकर एक नया फोन तैयार किया जाता था, जिसकी कीमत बाजारू कीमत से 50-60 प्रतिशत कम होती थी और इसका कोई भी बिल ग्राहक को नहीं दिया जाता था । साथ ही साथ उस फोन की वास्तविक पेकिंग भी गायब रहती थी । जैसे किसी फोन की बाजारू कीमत एक लाख रूपये है तो इनके द्वारा इसको 35-40 हजार रूपये में बेचा जाता था और पुलिस को इन से 350 मोबाइल फोन मिलें हैं जिनकी बाजारू कीमत लगभग 2 करोड रुपए है और एक लैपटॉप और मोबाइल रिपेयर करने का उपकरण बरामद हुए हैं।
*इनफोर्सल टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड (INFORCELL TECHNOLOGY PRIVATE LIMITED)द्वारा मंगाए गए पार्सल व देनदारी की भी जांच कर रहा है- जीएसटी विभाग*
वहीं इस खेल का राज खोलने के लिए नोएडा पुलिस की सूचना पर पहुंची जीएसटी/कस्टम टीम मौके पर पहुंची है प्रारंभिक जांच से करीब 05 करोड की जीएसटी चोरी भी प्रकाश में आयी है इस लिए दोनों विभाग संयुक्त रूप से कार्यवाही को अंजाम दे रहे हैं हो सकता आगे कोई बड़ी जीएसटी चोरी पकड़े जाने की भी संभावना है