• April 30, 2024

होटल ढाबों में है भोजन के शौकीन तो हों जाइए सावधान क्योंकि आपकी थाली में परोसा जा रहा ‘धीमा जहर’-?

 होटल ढाबों में है भोजन के शौकीन तो हों जाइए सावधान क्योंकि आपकी थाली में परोसा जा रहा ‘धीमा जहर’-?

नोएडा

होटल ढाबों में है भोजन के शौकीन तो हों जाइए सावधान क्योंकि आपकी थाली में परोसा जा रहा ‘धीमा जहर’-?


रिपोर्ट :- योगेश राणा

नोएडा: अगर ढाबों पर खाने के शौकीन तो सावधान होने की जरूरत है। क्योंकि अक्सर लोग ‌छुट्टी और खुशियों के मौके पर लजीज भोजन खाने के लिए ढाबों,होटलों का रुख करते हैं। कई लोग तो रेस्टोरेंट के खाने के इतने शौकीन होते हैं कि घर पर होते हुए भी रेस्टोरेंट में खाना खाते हैं लेकिन क्या आप यह भी जानते हैं कि शहर में अनेकों ऐसे ढाबे है जहां स्वाद के नाम पर कथित रूप से आपकी भोजन की थाली में धीमा जहर परोसा जा रहा है। अब आप इस सोच में पड़ गए होंगे कि ढाबों में काम करने वाले चाचा,काका,भैया तो हमारे लिए शुद्ध भोजन लेकर आते हैं हमेशा तो थाली में धीमा जहर कैसे-?, चलिए इस सवाल का जवाब भी हम ही आपको दे देते हैं की आखिर कैसे आपको धीमा जहर परोसा जा रहा है दरअसल पहले तो ढाबों में बनने वाले भोजन व उसे तैयार करने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री की गुणवत्ता को लेकर नियमित रूप से कोई विशेष क्वालिटी चैक नहीं होता है जिसके कारण लोगों को भोजन के रूप में बीमारियां परोसी जा रही है तथा उसी के साथ इन ढाबों पर अमूल मक्खन के नाम पर जमकर न्यूटीलाइट बटर/मक्खन का इस्तेमाल किया जा रहा है। पैसे असली माल के मिलेगा नकली माल और इस से होने वाली बिमारी उपहार में क्योंकि न्यूटीलाइट मक्खन में सैचुरेटेड फैट होता है। एक चम्मच में लगभग सात ग्राम फैट होता है। इसके अधिक सेवन से आपका एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से एथेरोस्क्लेरोसिस बढ़ सकता है और इससे रक्त के थक्के, स्ट्रोक और दिल के दौरे का जोखिम बढ़ा सकता है। एक अध्य्यन से पता चलता है कि बहुत अधिक मक्खन खाने से आंत में वसा विकसित होने की संभावना बढ़ सकती है। इससे आपके पेट में अधिक मात्रा में वसा जमा हो सकता है। इसकी वजह से हृदय रोग, अल्जाइमर और टाइप 1 डायबिटीज सहित कई गंभीर रोगों का खतरा हो सकता है और करंट अल्जाइमर रिसर्च मेडिकल जर्नल में 2018 के एक अध्ययन के अनुसार, संतृप्त वसा के अधिक सेवन जैसे मक्खन से अल्जाइमर रोग और मनोभ्रंश विकसित होने की संभावना हो सकती है। नकली मक्खन आपके पेट को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है और दस्त और उल्टी का कारण भी बन सकता है इसकी कीमत आपको बस टाइफाइड (Typhoid) और डायरिया (Diarrhea) जैसी गंभीर बीमारी से दो चार होकर चुकानी पड़ सकती है.

 

 

 

 

 

शहर के किन-किन ढाबों व होटलों में परोसा जाता है “धीमा जहर”?

 

 

बता दें कि धीमा जहर (slow poison) परोसा ने में नोएडा के विभिन्न होटलों व ढाबों का नाम आते हैं। इन में सबसे पहले सेक्टर 22 का पप्पू बृजवासी ढाबा, उत्तराखण्ड ढाबा, सेक्टर 12 का जाएका किंग, सेक्टर 37 का सहदेव सैनी ढाबा आदि ऐसे अनेकों ढाबे/ होटल जहां धीमा जहर परोसा जाता है। वहीं जब इस मामले में हमने खाद्य सुरक्षा अधिकारी सहायक आयुक्त द्वितीय अर्चना धीरन से बात की तो उन्हों स्पष्ट कहा कि अगर शहर वासियों के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ करेगा तो निश्चित ही ऐसे ढाबों व होटलों पर सख्त कार्रवाई होगी।

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